.......इस दुनिया में सभी बातें पहले कही/लिखी जा चुकी है.....लोग ठीक से सुनते /पढ़ते नहीं है ....इसीलिए उन 'बातों' को दोबारा कहना/लिखना पड़ता है .......
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